बसंत गांव मेंभक्तराज जब्बरसिंह राजपुरोहित के सान्निध्य निकाली शोभायात्रा, घोड़ों की हुई स्थापना



बसंत गांव मेंभक्तराज जब्बरसिंह राजपुरोहित के सान्निध्य  निकाली शोभायात्रा, घोड़ों की हुई स्थापना

बसंत गांव की सरहद में स्थित श्री कालीकला धाम पर दो दिवसीय वार्षिक मेले में शनिवार को सैकडों श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। दूरदराज से श्रद्धालुओं ने धाम पर पूजा-अर्चना कर धोक देते हुए परिवार की खुशहाली के लिए कामना की। इस दौरान श्री कल्लाजी धाम पर आकर्षक सजावट की गई। वहीं कल्लाजी राठौड़ की प्रतिमा पर आकर्षक श्रृंगार किया गया। 

519वें जन्मोत्सव पर आयोजित मेले के दौरान धाम के भक्तराज जब्बरसिंह राजपुरोहित के सान्निध्य में शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में कल्लाजी राठौड़ की प्रतिमा को एक रथनुमा जीप में सजाई गई। इसके आगे अखंड ज्योत के साथ बालिकाएं व महिलाएं सिर पर कलश धारण किए चल रही थी। बैंड-बाजों व डी.जे. के साथ महिलाएं नाचती हुई चल रही थी। श्रद्धालु भक्त जयश्री कल्याण, जय-जय कल्याण, कल्लाजी राठौड़ के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। शोभायात्रा का जगह-जगह पर ग्रामीणों द्वारा पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। शनिवार दोपहर अभिजित मुहूर्त में शिवलिंग पर जलाभिषेक व दुग्धाभिषेक कर विशेष पूजा-अर्चना के साथ मंगला आरती सहित विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हुए। श्री कल्लाजी राठौड़ के इस पवित्र धाम पर दूरदराज से आए श्रद्धालुओं का रैला उमड़ पड़ा। श्री कालीकला धाम बसंत के भक्तराज जब्बरसिंह राजपुरोहित द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया। 

519वें जन्मोत्सव पर हुए कई धार्मिक आयोजन 

कल्लाजी धाम पर हुई आकर्षक सजावट 

बसंत गांव के कल्लाजी धाम पर आयोजित मेले के दौरान धाम पर आकर्षक सजावट की गई। वहीं विशाल पांडाल लगाया, जिसमें आयोजित महाप्रसादी के दौरान बडी संख्या में भक्त पहुंचे। कल्लाजी धाम पर घोड़ों की स्थापना, गादी सभारंभ का आयोजन हुआ। मंच संचालन प्रवीण वैष्णव बाली ने किया। 

भजनों में गाई कल्लाजी के जीवन की गाथा 

श्री वीर कल्लाजी राठौड़ के जन्मोत्सव पर एक शाम कल्लाजी राठौड़ के नाम भक्ति संध्या का आयोजन किया गया। भजन संध्या में गायकों ने कल्लाजी राठौड़ की जीवनी पर कथा व भजनों की प्रस्तुत दी। भजन गायक राधेश्याम वैष्णव, दुर्गेश मारवाड़ी, ज्योति शर्मा के साथ कल्लाजी धाम के जब्बरसिंह राजपुरोहित द्वारा गणपति वंदना एवं गुरुवंदना प्रस्तुत की गई। इसके बाद गायकों ने आवणो पड़ेला कल्लाजी थाने-आवणो पड़ेला..., कल्लाजी थारी महिमा..., लाल लंगोटो बाबा हाथ में घोटो....., राम सियाराम सियाराम जय-जय राम के साथ कल्लाजी की जीवनी पर आधारित भजनों की प्रस्तुति देकर भजन संध्या का आगाज किया। उसके बाद कलाकार राधेश्याम वैष्णव ने चालो रे कल्लाजी राठौड़ रे धाम..., कल्लाजी रे धाम मोरिया बोले जैसे भजनों की प्रस्तुति देकर भजन संध्या को ऊंचाइयां प्रदान की। भक्तराज जब्बरसिंह द्वारा कल्लाजी राठौड़ की जीवनी पर वार्ता के बाद मां की कथा सुनाते ही श्रद्धालु भावविभोर हो गए। इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष चुन्नीलाल चाडवास, शिशुपालसिंह, सुमेरसिंह राजपुरोहित, विक्रमसिंह राजपुरोहित, इंद्रसिंह राजपुरोहित, हिम्मतसिंह बाबा गांव, तुलसाराम चौधरी, बसंत सरपंच कीर्तीकंवर राजपुरोहित, सांडेराव सरपंच भावना चौहान, गुजरात से रमेश भाई, जयंतीबाई, नेपाल से लीला बोहरा, पूना से दिनेशसिंह, चैनसिंह, बड़ोदरा से हिमांशुभाई, सूरत से मदनभाई, अमरोली से शिवलाल, उदयपुर से सत्यनारायण, भरत वैष्णव, अर्जुनसिंह राजपुरोहित, कुंदन माली, राकेश वैष्णव, ओम वैष्णव, मोहनसिंह पुराडा आदि मौजूद थे। 

सुरेश राजपुरोहित ईटवाया

Previous Post Next Post