*राजपुरोहित समाज एक अनाथ दिवंगत की आत्मा को न्याय देगा* ?
बात है, लुदराडा गांव (बाडमेर) की, जहा आज एक समाज के बेटे ने खुद पर केरोसिन उडेल मौंत को गले लगाया.....,
मुकेश.राजपुरोहित लुदराडा जिसके पिता विशनजी की 20 साल.पहले मौत हो गयी थी, माँँ की भी कुछ साल पहले मौंत हो गयी .....मजबूरीवश मुकेश 12-13साल की उम्र मे ही मजदूरी के लिए परदेश गया , और अपनी छोटी बहन को पढाया, पाला पोषा और बडा किया , ..अब बहन को सिवाना का *प्रेमस़िह पुत्र कोलसिंह* पांचलोड शादी की नियत से ले भागा। ....
प्रेमसिंह पहले से शादीशुदा था......,
मुकेश ने आरोपी प्रेमसिंह और.उसके परिवार से अपनी बहन को लौटाने की काफी मन्नते की लेकिन नही माने, ..
बहन को भी मनाने की कोशिश की, लेकिन वो भी नही मानी, समाज से मदद मांगी, समाज के कुछ बंधू सिवाना आरोपी के घर.गये, लेकिन उन लोगो ने समाज की एक भी नही सुनी,....।।
निराश हताश मुकेश अपनी इकलौती बहन को लेकर बहुत दुखी था.दुखी होकर खूद पर केरोसिन डाल आत्महत्या कर दी।।
समाज से निवेदन कि मुकेश बेचारा जिंदगी छोड चला गया ,लेकिन अब उस नीच हरामी सिवाना वाले प्रेमसिंह और उसके पिता कोलसिंह तथा पूरे परिवार पर नकेल कसो, और.उन हरामियो को ऐसा दंड दो, कि आगे से समाज मे किसी का घर नही उजडे.....
मुकेश विशनसिंह का इकलौता बेटा था, आज मुकेश के चले जाने के बाद लुदराडा के उस आंगन मे कोई नही बचा....
कितना ह्रदयविदारक और दर्दनाक घटनाक्रम हुआ,..रूंह कांप जाती है।.
ईश्वर समाज के लाडले मुकेश की आत्मा को न्याय दें..ः।