सभी राजपुरोहित समाज के बन्धुओं से सविनय निवेदन हैं कि हाल ही में फोगेरा गांव, जिला-बाड़मेर में श्री स्व. राणुसिंहजी के देहावसान उपरान्त न्यात की प्रक्रिया चल रही है सो समाज के सभी बन्धुओं से निवेदन है कि गांव में चिट्ठी नहीं लेवें। अगर चिट्ठी ली तो लेने वाला या उस न्यात में भाग लेने वाले समाज के दोषी होंगे |


सभी राजपुरोहित समाज के बन्धुओं से सविनय निवेदन हैं कि हाल ही में फोगेरा गांव,
जिला-बाड़मेर में श्री स्व. राणुसिंहजी के देहावसान उपरान्त न्यात की प्रक्रिया चल रही है सो समाज
के सभी बन्धुओं से निवेदन है कि गांव में चिट्ठी नहीं लेवें। अगर चिट्ठी ली तो लेने वाला या उस
न्यात में भाग लेने वाले समाज के दोषी होंगे | समाज में गत वर्ष शिवरात्रि पर्व पर जो निर्णय लिये गये
थे । उसके विपरित कार्य हो रहा है व्यसन मुक्ति होने के बावजूद भी समाज का उल्लंघन हो रहा है
सभी बंधुओं से निवेदन है कि सभी मिलकर इसका पुरजोर विरोध कर समाज हित में निर्णयों की
पालना को सुनिश्चित करावें |

सधन्यवाद !



जय श्री खेतेश्वर
गोरतलब है की
फरवरी 2018 में ब्रह्मधाम आसोतरा में तीन दिवसीय महा अधिवेशन हुआ था अधिवेशन से लगभग 1 माह पूर्व जिस कुरीतियों व प्रवृत्तियों से समाज कमजोर हो रहा था वो चिंतनीय था उससे पूर्व गुरु महाराज व ब्रह्मधाम आसोतरा कमेटी ने इस पर विचार करके क्यों न पाबंदी लगा दी जाय
उसके लिए राजपुरोहित समाज के प्रत्येक गावो को कुछ विषयों पर चर्चा व पाबंदी पर पत्र भेजे गए एक महीने का समय दिया गया अपने अपने गाँव में चर्चा कर प्रत्येक गांव से 2-4 सदस्यों को पूर्ण व एक रॉय होकर आसोतरा भेजा उन बिंदुओं पर गुरु महाराज की मौजूदगी में मंथन हुआ जिन बिंदुओं पर ज्यादा समर्थन मिला उनको लागू करने से पहले ब्रह्मधाम आसोतरा में गुरु महाराज की उपस्थिति व खेतेश्वर महाराज को साक्षी मानकर हस्ताक्षर किए चारों तरफ वाहवाही हुई समाचार पत्रों में छपा 
◆उसके बाद यदि किसी को आपत्ति होती तो वापिस मीटिंग करवाकर गुरु महाराज के आगे माफी मांगकर संसोधन करवाने का निवेदन करते
◆ कुछ समाज के लोग बोल रहे मैंने न्यात बंद न करने का कहा था आपको बता दे वोटिंग होती है तो 100 में से 51 वोट मिलते है उसकी जीत होती है 
उसके बावजूद अपने 24 खेड़ा व 12 खेड़ा ने कहा था जो गुरु निर्णय लेंगे वो हमें मंजूर है
◆ यदि जबरदस्ती कोई नियम लागू करते तो विधवा विवाह लागू हो जाता पर समर्थन नहीं मिला
◆ कुछ कोपतो व समाज की ठेकेदारी के शौक़ीन अपने ईगो के चक्कर में किसी व्यक्ति विशेष से न होकर गुरु महाराज से मुकाबला करने पर तुले है वो समाज के लिए घातक है व जिसके घर ऐसे कार्यो में ज्यादा खर्च व बेइज्जती व माहौल को खराब कर उस परिवार को बली का बकरा बना रहे है सिर्फ न सिर्फ अपनी बात रखने के लिए
◆ आज से 30-40 वर्ष पूर्व खेतेश्वर महाराज ने बकरी पालन पर रोक लगाने के लिए उपदेश दिया आज अपन अन्य समाजो से अलग है 
◆ ब्रह्मधाम आसोतरा राजपुरोहित समाज की ह्रदय स्थली है यहाँ से कोई फरमान जारी होता है वो फरमान या आदेश अपने सर व आँखों पर है आज उस फरमानों की धज्जियां उड़ रही है 
◆ आज स्थिति ये है गुरु महाराज अपने अंदर ही अंदर उनका दिल रो रहा है वो भी अपने 24 खेड़ो के खातिर गुरु महाराज ने समाज के बारे में सोच कर निर्णय लिया वो भी समाज के हित लिए न की अपने हित के लिए
◆ आप हर समय आसोतरा पहुंचकर साफा उतारकर गुरु महाराज से आशीर्वाद लेते है पर उनके खिलाफ जंग लड़ना अपने आप में कितना सही मानते है
◆ गुरु महाराज बाड़मेर पधारते है तो आप गुरु महाराज का घेराव करके किसी को आशीर्वाद लेने के लिए जगह नहीं देते हो सीधे अपने घर ले जाते है छोटे मोटे मेरे समाज के साथियों के घर पगल्या करने के लिए जगह नहीं देते हो तो आज आप इस जिद पर क्यों अड़े हो???
◆ आज समाज के ठेकेदार जिसके घर मौक़ा पड़ता है फटाक से उसके घर बिन बुलाए कूदकर उनको मौक़ा सुधारने जैसी गोलियां सेट करके अपने आप को तीस मार खान समझकर समाज व गुरु महाराज के खिलाफ झूठा झांसा देकर मौक़ा सुधारने की बात कहकर जमीन बेचाकर न्यात करवा रहे हो आने वाली पीढ़ी का गला घोंट रहे हो आने वाली वो पीढ़ियां आपको माफ करेगी
◆ 24 खेड़ो के मुकाबले बाकी गाँव 1000 गुणा आर्थिक स्थिति से मजबूत व पैसो वाले है, उनके भी माता पिता, भाई का मौका सुधारना चाहते है पर गुरु महाराज का आदेश सर्वपरी मानते है

युवा साथियों से विनम्र निवेदन आप कंधे से कंधा मिलाकर साथ दे गुरु महाराज के आदेशों का पालन करे व करावे

सुरेश राजपुरोहित ईटवाया

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