राजसत्ता एक्सप्रेस नामक वेबसाइट में राजस्थान के बाड़मेर जिले के वरिष्ठ पत्रकार दुर्ग सिंह राजपुरोहित से फोन पर हुई बातचीत का विवरण छपा है.
जो पोस्ट यह है।
पत्रकार की गिरफ्तारी को लेकर क्यों बिहार के राज्यपाल और महिला नेता चर्चा में हैं
By
-
August 20, 2018
नई दिल्ली। राजस्थान के बाड़मेर में एक पत्रकार की गिरफ्तारी से बिहार के राज्यपाल सवालों के घेरे में आ गए हैं. मामला बाड़मेर की एक युवा महिला नेता से जुड़ा है जिसकी महामहिम से निकटता है. गिरफ्तार पत्रकार दुर्ग सिंह राजपुरोहित पर बिहार में में एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज बताया गया है. राजपुरोहित का कहना है कि उन्हें महामहिम के बाड़मेर कनेक्शन की खोज-खबर करने पर साजिश में फंसाया गया है. महिला नेता उन्हें सबक सिखाने की बात कह चुकी थी.
दुर्ग सिंह राजपुरोहित एक टीवी चैनल के लिए काम करते हैं. रविवार को उन्हें बाड़मेर पुलिस ने गिरफ्तार किया. बताया गया कि बिहार की किसी अदालत से गिरफ्तारी का वारंट है. राजपुरोहित को लेकर रविवार शाम ही पुलिस सड़क मार्ग से पटना रवाना हो गयी. राजपुरोहित ने फोन पर ‘राजसत्ता एक्सप्रेस’ को बताया कि उनके पास फोन आया कि एसपी साहब मिलना चाहते हैं. जब वह एसपी दफ्तर पहुंचे तो अचानक गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने बताया कि एसपी साहब के पास व्हाट्स एप पर बिहार की अदालत का वारंट आया है. हालांकि ना ही उस वारंट की प्रति उन्हें दी गयी और ना ही किसी वकील से बात करने का मौक़ा दिया गया.
ये भी पढ़ें- दो युवकों ने ली खालिद पर हुए हमले की जिम्मेदारी
मजे की बात यह भी है कि कथित वारंट तो बिहार का बताया गया है लेकिन उन्हें पकड़ने बिहार पुलिस बाड़मेर नहीं आयी बल्कि राजस्थान पुलिस के लोग ही उन्हें लेकर बिहार रवाना हुए. बिहार की अदालत में राजस्थान पुलिस अभियुक्त किस हैसियत से पेश करेगी यह भी समझ के बाहर है. सामान्यतः जहाँ मामला दर्ज होता है वहीँ की पुलिस अभियुक्त को गिरफ्तार करने आती है. ‘राजसत्ता एक्सप्रेस’ से जब उनकी बात हुई तब वह गोरखपुर के पास थे. राजपुरोहित ने कहा-पिता हड़बड़ी में जरूर साथ हो लिए बाकी लोग पहुँच रहे हैं. मैंने तो बिहार की धरती पर कदम ही नहीं रखा आज तक, वहां के आदमी के उत्पीड़न का तो सवाल ही नहीं उठता. पूरा मुकदमा झूठा है, अभी तक यह भी नहीं बताया गया है कि वादी कौन है. लेकिन कोई सुनने को तैयार ही नहीं है.
राज्यपाल सतपाल मालिक को लेकर हो रही चर्चा पर राजपुरोहित ने बताया कि महामहिम पिछले दिसंबर से मार्च के बीच कई दफा बाड़मेर आए. राज्यपाल के बाढ़मेर आने पर उनका खूब स्वागत किया गया था विडियो में खुद प्रियंका चौधरी उनका स्वागत करते हुए देखी जा सकती हैं. किसी सरकारी गेस्ट हाउस की बजाय वह तीन-तीन दिन तक स्थानीय भाजपा नेता प्रियंका चौधरी के आवास पर रुके. प्रियंका बाड़मेर के लोकप्रिय नेता रहे स्वर्गीय गंगा राम चौधरी की पोती हैं. खुद स्थानीय निकाय यूआईटी की अध्यक्ष हैं और भाजपा के टिकट पर उन्होंने बाड़मेर से पिछ्ला विधानसभा चुनाव लड़ा था और वो हार गयीं थीं. बकौल राजपुरोहित शुरुआत एक कश्मीरी युवक को लेकर खबर चलाने से हुई. कुपवाड़ा का रहने वाला यह युवक स्थानीय भाजपा पार्षद के कैफे में काम करता था.
प्रियंका की अगुवाई में राज्यपाल के स्वागत का विडियो
ये भी पढ़ें- जानिए प्रियंका के ‘जीवन साथी’ निक जोनस के बारे में खास बातें
कश्मीरी युवक एक लड़की को लेकर पांच-छह महीने पहले भाग गया था. लड़की के घरवालों ने इसे लव जिहाद का मामला बताया. उस कश्मीरी युवक ने अपने फेसबुक पर बिहार के राज्यपाल के साथ खींची गयी सेल्फी पोस्ट की. उन्होंने इसे लेकर खबर चलाई कि एक कैफे पर काम करने वाला मामूली युवक, जोकि बाड़मेर से फरार भी है, राज्यपाल के निकट कैसे पहुँच गया. चूंकि कैफे मालिक पार्षद प्रियंका चौधरी के ख़ास समर्थकों में शामिल है इसलिए वह भाजपा नेताओं के निशाने पर आ गए, उनपर हमला भी हुआ.
राजपुरोहित ने मालिक के पूरे लाव लश्कर के साथ बार बार बाड़मेर आने पर भी बतौर पत्रकार सवाल उठाए. संवैधानिक पद पर आसीन मालिक का एक भाजपा नेता के यहां सरकारी खर्च पर निजी दौरे की तरह बार-बार आना तमाम कारणों से चर्चा में रहा. राजपुरोहित ने कहा -गंगा राम चौधरी के रहते राज्यपाल महोदय कभी नहीं आये. भाजपा कार्यकर्ताओं से मेल-मुलाक़ात और प्रियंका के कार्यक्रमों में राज्यपाल की चर्चित उपस्थिति लेकर उन्होंने खबर भी चलाई और अपने फेसबुक पेज पर टिपण्णी की. राज्यपाल खुद जाट हैं और बाड़मेर जाट बहुल इलाका है, ऐसे में उनकी उपस्थिति राजनीतिक लाभ भी पहुंचा सकती है. बकौल राजपुरोहित, प्रियंका ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा था कि इसे तो मैं पटना तक घसीटूंगी और मुकदमा भी पटना में दर्ज हुआ है.
ऐसे में यह कयास स्वाभाविक हैं कि प्रियंका को राज्यपाल से संबंध का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि बिहार के मूल निवासी जिस व्यक्ति तरफ से मुकदमा दर्ज करवाया गया है वह प्रियंका चौधरी के यहां ही काम करता है. हालांकि अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है मगर राजपुरोहित की गिरफ्तारी सोशल मीडिया पर पत्रकारों के बीच छायी हुई है.
Related
भाजपा नेता को फेसबुक पोस्ट मामले में तत्काल गिरफ्तारी से राहतIn "बड़ी खबर"
स्वघोषित सुशासन बाबू की वजह से बिहार में शासन व्यवस्था फिसड्डी: तेजस्वीIn "अन्य राज्य"
मुजफ्फरपुर यौन शोषण: किशोरी के शव की तलाश में बालिका गृह में खुदाई शुरूIn "अन्य राज्य"
TAGS
Bihar police arrests Rajathan Journalist
Share
RELATED ARTICLESMORE FROM AUTHOR
प्रधानमंत्री मोदी ने इमरान खान को लिखा पत्र, अच्छे रिश्तों की जताई उम्मीद
सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार से पूछा- योगी आदित्यनाथ के खिलाफ क्यों न चले मुकदमा
अगर भाजपा वाजपेयी को भुनाने की कोशिश कर रही है हाय-तौबा क्यों ?
एशियाई खेल: गोल्ड जीतने वाली पहली महिला पहलवान बनी विनेश, निशानेबाजी में मिले दो रजत
राजीव गांधी : सियासत का नौसिखिया आखिर में बन बैठा पूरा नेता
उमर खालिद पर हमले को लेकर हरियाणा के 2 युवक हिरासत में
LEAVE A REPLY
Notify me of follow-up comments by email.
Notify me of new posts by email.
बड़ी खबरें
प्रधानमंत्री मोदी ने इमरान खान को लिखा पत्र, अच्छे रिश्तों की...
August 20, 2018
सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार से पूछा- योगी आदित्यनाथ के खिलाफ...
August 20, 2018
एशियाई खेल: गोल्ड जीतने वाली पहली महिला पहलवान बनी विनेश, निशानेबाजी...
August 20, 2018
राजीव गांधी : सियासत का नौसिखिया आखिर में बन बैठा पूरा...
August 20, 2018
उमर खालिद पर हमले को लेकर हरियाणा के 2 युवक हिरासत...
August 20, 2018
सियासत
अगर भाजपा वाजपेयी को भुनाने की कोशिश कर रही है हाय-तौबा...
August 20, 2018
पत्रकार की गिरफ्तारी को लेकर क्यों बिहार के राज्यपाल और महिला...
August 20, 2018
कांग्रेस विधायक के बिगड़े बोल, वेश्या से की शिवराज की तुलना...
August 19, 2018
राफेल पर मोदी सरकार को घेरेगी कांग्रेस, सौ शहरों में करेगी...
August 18, 2018
इमरान खान के शपथ समारोह में पीओके नेता के साथ बैठ...
August 18, 2018
राजसत्ता एक्सप्रेस की यात्रा साप्ताहिक समाचार पत्र के रूप में छह वर्ष पूर्व उत्तराखंड से शुरू हुई थी। सार्थक भूमिका निभाते हुए राजसत्ता एक्सप्रेस अपना विस्तार करके उत्तर प्रदेश पहुंच चुका है। यह वेब पोर्टल और वेब चैनल किसी भी अन्य मीडिया संस्थान की तरह उसी राह पर चलने की कोशिश है जो वक़्त की मांग है।
Contact us: rajsattaexpress@gmail.com
© 2018 Rajsttaexpress.com All rights reserved.