गांव में स्कूल नहीं था तो पढ़ाई पूरी नहीं कर सके, 1 करोड़ से पहले बनवाया भवन, अब उपस्वास्थ्य केंद्र बनवाएंगे भामाशाह सुनील पुरोहित

जिन्दगी में कोई भी कठिन कार्य को पूरा करना नामुमकिन नहीं होता। अगर इंसान ठान ले तो हर नामुमकिन कार्य का पूरा किया जा सकता है। ऐसा ही उदाहरण रानीवाड़ा तहसील के दौलपुरा गांव के युवा व्यवसायी व समाजसेवी सुनील पुरोहित का है। बुनियादी सुविधाओं और घर की खराब माली हालत के चलते मात्र साक्षर रहने का पछतावा उन्हें आज नहीं है। खुद गांव में पढ़ नहीं सके तो राजकीय प्राथमिक विद्यालय की जगह अपने माता पिता श्रीमती तारीदेवी दलाजी के नाम पर सभी सुविधाओं युक्त स्कूल भवन बनाया। जो अब माध्यमिक विद्यालय में क्रमोन्नत हो चुका है। माता-पिता ने इसके बाद ग्रामीणों व प्रसूताओं के उपचार के लिए गुजरात व अन्य केंद्रों पर जाने की पीड़ा बताई तो अब उन्हीं के नाम पर उप स्वास्थ्य केन्द्र का भवन बनाने जा रहे है। पुरोहित ने बुधवार को यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह भवन पीएचसी स्तर का होगा। दौलपुरा में शिक्षा व स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी दूर करने का बीड़ा उठाने वाले पुरोहित ने बताया कि वे खुद यहां पांचवीं तक ही पढ़ सके। आगे की पढ़ाई उन्होंने मालवाड़ा व अन्य शहरों में पूरी की। जन्मभूमि ने उन्हें बहुत कुछ दिया है। अब उसी का कर्ज उतारने का प्रयास है। उन्होंने 2015 में राज्य सरकार को पत्र लिखकर राप्रावि को क्रमोन्नत करनेे तथा नया भवन बनाने का प्रस्ताव दिया। सरकार की मंजूरी के बाद एक करोड़ से ज्यादा रुपए खर्च कर आधुनिक सुविधासंपन्न विद्यालय भवन बनाकर विभाग को सुपुर्द कर दिया। 

गांव की बेटियों के बीच में पढ़ाई छोड़ने व प्रसूताओं तथा ग्रामीणों के उपचार के लिए गुजरात व अन्य केंद्रों पर जाने की पीड़ा देख युवा व्यवसायी की पहल 

सरकार ने भामाशाह र| अवार्ड से सम्मानित किया। 

अब बनेगा उप स्वास्थ्य केन्द्र 

दौलपुरा गांव में छोटी मोटी बीमारियों के इलाज के लिए मालवाड़ा या रानीवाड़ा जाना पड़ता है। ऐसी हालात में कई बार प्रसूता मातृशक्ति को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। गर्भवती महिलाओं को टीके लगाने की भी सुविधा नहीं थी। हालात देखकर भामाशाह सुनील पुरोहित अपने स्तर पर प्रयास कर राज्य सरकार से दौलपुरा में उपस्वास्थ्य केन्द्र स्वीकृत कराने का निवेदन किया। उन्होंने तमाम सुविधा संपन्न भवन बनाने का वादा किया। राज्य सरकार ने चिकित्सा विभाग से भौतिक रिपोर्ट मंगवाकर तुरंत उप स्वास्थ्य केन्द्र स्वीकृत कर दिया। अब विभाग व जिला कलक्टर के प्रयासों से गांव के मुख्य चौहटे के पास मौजूद नाकारा व जर्जर सरकारी स्कूल की जगह भव्य उप स्वास्थ्य केन्द्र भामाशाह सुनील पुरोहित द्वारा बनाया जाएगा। 

पुरोहित को मिला भामाशाह र| अवार्ड 

1 करोड़ की लागत से सरकारी स्कूल का भवन बनाने वाले सुनील पुरोहित को 2016 में राज्य सरकार ने भामाशाह र| अवार्ड से सम्मानित किया है। पुरोहित की इस पहल के बाद गांव व आसपास के अन्य क्षेत्र के प्रवासी लोग भी विकास कार्यों के लिए तत्पर हैं। 

यूथ लीडर व समाजसेवी की पहचान 

मेहनत व मजदूरी कर आज बैंगलुरु में भवन निर्माण व कम्प्यूटर बिजनेस में अहम मुकाम हासिल कर चुके पुरोहित की क्षेत्र में युवा नेता के रूप में भी पहचान है। कांग्रेस में ब्लॉक कोषाध्यक्ष रहे पुरोहित अभी जालोर-सिरोही जिला यूथ कांग्रेस में महासचिव हैं। सरल व खुशमिजाज पुरोहित भविष्य में राजनीति को सेवा का माध्यम बनाने के लिए प्रयासरत हैं। भीनमाल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के संभावित दावेदारों में भी उनका नाम है। 

सुरेश राजपुरोहित ईटवाया

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