जय गुरु महाराज री सा ।
आज अपना राजपुरिहित समाज एक भारतवर्ष मे एक मिसाल पेस करता आ रहा हैं ।
पहले समाज मे गुरुकर्पा से नशा - बंदी कर एक अनूठी पहल कि ओर आज एक पर्यावरण कि ओर प्रेम जताते हुए ।
ग्राम ढारिया में श्री चम्पालाल सिंह जी के सुपुत्र कुलदीप सिंह राजपुरोहित का विवाह 20/06/2018 ग्राम धुरासनी रूप सिंह जी की पुत्री श्री भिकि कंवर के साथ हुआ जिसमें बारातियो को सिख (समथुनी) में हर बाराती को पौधे देकर समाज मे एक नई पहल शुरू की
। बहुत बहुत हार्दिक आभार और अभिनंदन श्री चम्पालाल सिंह और रूप सिंह जी का जो समाज को एक नई सोच दी ।
जय ब्रह्मशक्ती ।