ब्रह्मधाम गादिपति का चातुर्मास तप इस वर्ष तपो भूमि श्रीकोलायत

ब्रह्मधाम गादिपति का चातुर्मास तप इस वर्ष तपो भूमि श्रीकोलायत में

◆ भैरु सिंह राजपुरोहित (यूथ वर्ल्ड न्यूज़)

बीकानेर ।
      राजपुरोहित समाज केआराध्य संतश्री तूलछाराम जी महाराज इस वर्ष अपना चातुर्मास तप करेगे श्रीकोलायत में और इसकी सूचना मिलते ही पूरे संभाग के राजपुरोहित समाज सहित श्रद्धालुओं में ख़ुशी की लहर ।

      संतश्री खेताराम राजपुरोहित परमार्थ प्रन्यास बीकानेर के अध्यक्ष मनफूल सिंह आडसर ने जानकारी देते हुए बताया की ब्रह्म सावित्री सिद्ध पीठ पीठाधीश्वर, ब्रह्मधाम आसोतरा गादिपति बाल ब्रह्मचारी संत श्री तूलछाराम जी महाराज अपना 38 वा चातुर्मास तप साधना बीकानेर के निकट सांख्यकी दर्शन के प्रणेता कपिल मुनि की तपो भूमि श्रीकोलायत में करेगे ।

   श्री खेताराम राजपुरोहित परमार्थ प्रन्यास के महा सचिव एडवोकेट नरेंद्र सिंह आडसर  ने जानकरी देते हुए कहा की संतश्री का चातुर्मास श्रवण मास से आरम्भ होगा जो भादवा मास तक चलेगा और आयोजन अख़िल भारतीय राजपुरोहित समाज विकास सेवा न्यास के बैनर तले आयोजित होगा जिसमें स्थानीय संस्थाएं अपना सहयोग करेगी वही इस चातुर्मास तप के दौरान कथा, सत्संग के साथ रोजाना धार्मिक कार्यकर्मो का आयोजन भी लगातार होता रहेगा इस दौरान मानव कल्यानार्थ मानव सेवार्थ की भावना के साथ संतश्री चातुर्मास तप करेगे और वही पुरे देश से श्रर्द्धालुओ का आवागमन होगा ।

  प्रन्यास के महासचिव नरेंद्र सिंह आडसर, पूर्व अध्यक्ष कुंदन सिंह खेड़ी, ओम सिंह सोवा, चंपालाल किशनासर, किशन सिंह हियादेशर, गणेश सिंह चंपाखेड़ी, बाबू सिंह खेड़ी, राजेंद्र सिंह कोटडी, भवर सिंह कोटड़ी, गोविन्द सिंह डेया सहित समाज बन्धुओ ने ब्रह्मधाम आसोतरा पहुच इस वर्ष का चातुर्मास श्री कोलायत में करने का आग्रह संतश्री के समक्ष किया और संतश्री ने स्वीकृति प्रदान की और चातुर्मास तप की घोषना होते ही पूरे सम्भाग के राजपुरोहित समाज में खुसी की लहर है ।

    बीकानेर में राजपुरोहित युवा विकास मण्डल अध्यक्ष दलीप सिंह आडसर, राजपुरोहित युवा विकास मण्डल के सरक्षक भैरु सिंह राजपुरोहित ने संतश्री के चातुर्मास तप साधना की घोषना पर ख़ुसी जाहिर करते कहा की संतश्री के श्रीकोलायत में चातुर्मास करने से पूरे संभाग के युवा वर्ग को आपस में जुड़ने का मोका मिलेगा और धर्म कार्यो में शामिल होने का सुअवसर ।

सुरेश राजपुरोहित ईटवाया

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