बालोतरा जिला की सर्वप्रथम मांग रखने वाले जन जन के हितैषी स्वर्गीय श्री अभय सिंह जी कालुड़ी नमन् है जिन्होंने आज से दो दशक पुर्व मांग रखी जो आज सिद्ध हुई उन तमाम जन हितैषी जागरूकता का प्रचार प्रसार करने वाले राजनीतिक क्षेत्र में अपना समन्वय स्थापित करने वाले मसिहा को बहुत बहुत बधाई
सन् पचहत्तर माय ने प्रण लिया अनेक ।
राजनीतिक री रेख धरी कालुड़ी रे अभयेश ।।
पहल करी पारख धरी जिला बालोतरा आप ।
एकता का संग किना नगरी औधोगिक खास । ।
अलख जगाई आप ने घणी उम्मीद के ताय ।
अल्प आयु प्राण दिया राजधर्म के माय ।।
उच्च कोटि री शिक्षा लिनी धन्य राजकर्म ।
सर्व प्रथम माग किनी जिले वाला मर्म ।।
सपना आज साकार हुआ जनता का कर्म ।
हर व्यक्ति की अभिलाषा जनता का सर्वधर्म।।
जनता अब जागरूक है ओर शिक्षा का मर्म ।
चापलूसी रती नही चाले करो जनता के कर्म ।।
शिक्षा साक्षरता ओर सफाई हर घर मे पानी ।
घनचफला का चयन रखो सड़क रखो पैनी ।।
स्वस्थ्य का ध्यान रखो जनता का है फर्ज ।
हर काम की रखो सावधानी छोडो़ निज स्वार्थ।।
हर काम अपना मानो साफ सफाई का ध्यान।
उत्कृष्ट उदाहरण पेश रखो जनता का सम्मान।।
नियम विरोधी चाले उण पर दण्ड का प्रावधान।
सार्थकता से काम करो जब मिले सम्मान।।
सड़क पानी ओर सफाई का रखो हमेशा ध्यान।
इण बातो का ख्याल रखो जब मिले पहचान।।
वृक्ष लगावो रखो हरियाली पर्यावरण का ध्यान।
साफ सफाई सुन्दर नगरी वस्त्र नगरी री शान ।।
लुणी तट के पास मे बालोतरा री पहचान।
रिको औधोगिक क्षैत्र है पचपदरा री शान ।।
शुद्धिकरण संयंत्र पास है रिफाइनरी की पहचान।
वीर दुर्गा दास री जन्म भूमि मल्लिनाथ जी का धाम ।
रूणिचा रो धाम सोवणो बिठूजा रे माय ।।
बीरबल की जन्म भूमि मां भटियाणी मात ।
धाम निरालो आसोत्रा ब्रह्माजी का धाम ।।
खेतेश्वर री कर्मभूमि खेड़ में रणछोड़ राय ।
जैन तीर्थ है नाकोड़ा प्रागनाथ जी का धाम।।
सत्य कर्म तपस्या किनी मेवा नगर की पहचान।
मात नागाणाराय मात री अनुकम्पा री शान ।।
रुपा देवी रा पालिया स्वर्ग लोक सम्मान।
अथक परिश्रम काम किना लोगा का सम्मान।।
उनाम उत्सर्ग पेश किया नेतो ने सम्मान।
छोड़ी पैरो री मोजडी़ लिया हमेशा प्रण ।।
अथक प्रयास किया जिनो से जब खुले है कर्म ।
सत्तरह मार्च बाइस ने मिला है सम्मान। ।
बालोतरा ने जिला बनाया अशोक जी बहुमान ।
जनता ने सब साथ दिया राजनीति रा काम ।।
दो दशक से अवहेलना नही मिली पहचान।
एकता का उदाहरण रखो करो जनता का काम ।।
पारदर्शिता पेश करो जनता का सम्मान।
संगठन का साथ देयो जनता का करो काम।।
हर समय हाज़िर रहो करो लोगों का काम।
सरलता की सार करो चन्दन लिखी पहचान।।
विकसित काम जब होवेला निज स्वार्थ को छोड़।
हर व्यक्ति का फर्क है हर काम की जोड़।।
चन्दन भंवरियां