पाली | बगड़ी नगर थाना क्षेत्र के दौरनडी में गत 25 मई को एक मंदिर के चबूतरे पर झुलसी अवस्था मेंं मिले राजेंद्रसिंह राजपुरोहित के शव के मामले को लेकर परिजनों को उसकी हत्या कर शव को जलाने का संदेह है।
मृतक की मां अपने बेटे की तस्वीर हाथ में लेकर बेटी था दामाद के साथ पुलिस अधिकारियों के पास न्याय के लिए भटक रही है। उसका आरोप है कि उसके बेटे को मारा गया। दुर्घटना का रूप देने के लिए उसे जली अवस्था में शव को लाकर चबूतरे पर पटक दिया।
पूरे मामले में मृतक के ससुराल पक्ष के लोगों की भूमिका पर सवाल उठाया जा रहा है। गुरुवार को पाली पहुंचीं मां तथा अन्य परिजनों ने पत्रकारों के समक्ष पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए है। मृतक की माता लीला कंवर व बहिन शोभा राजपुरोहित ने आरोप लगाया कि राजेंद्रसिंह की हत्या उसके ससुराल पक्ष के सदस्यों व पूर्व पुलिस अधिकारी समेत अन्य लोगों ने मिलकर की है। उनका कहना है कि बीते अप्रैल माह में पाली मिलने आए उसके पुत्र मृतक राजेन्द्रसिंह ने अपनी प|ी के चरित्र पर संदेह जताते हुए हत्या की आंशका जताई थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने मृतक के पास मिले सुसाइड नोट के बाद भी उनके पुत्र का शव उनको बिना सौंपे बिना ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया।
लीला कंवर ने बताया कि बगड़ी पुलिस ने उन्हें शव के अंतिम दर्शन करवाए बगैर ही खाली कागजों पर हस्ताक्षर करवा शव को ससुराल वालो को सुपुर्द कर दिया।
उच्चस्तरीय जांच को लेकर दो बार दिया ज्ञापन, मगर सुनवाई नहीं : मृतक की बहन शोभा कवर राजपुरोहित व बहनोई महेंद्र राजपुरोहित ने बताया कि मामले की उच्च स्तरीय जांच को लेकर वे पाली आकर गत 27 मई व 30 मई को दो बार ज्ञापन प्रेषित कर चुके हैं। इसके बाद भी पुलिस इस मामले में जांच के आदेश जारी नहीं कर पा रही है।